कपालभाती प्राणायाम: करने का तरीका, लाभ और सावधानियां

योग गुरु सुनील सिंह

'यह एक संस्कृत शब्द है। 'कपाल' का मतलब होता है माथा (Forehead) और 'भाती' का मतलब होता है प्रकाश (Light)। रोज नियमित कपालभाती करने से व्यक्ति का माथा या चेहरे पर कांती या चमक आती है। चेहरे पर चमक होना स्वस्थ और निरोगी व्यक्ति की पहचान होती है। कपालभाती यह एक प्राणायाम का चमत्कारी प्रकार है जिसके कई सारे फायदे हैं।

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कपालभाती प्राणायाम करने का तरीका (How to do Kapalbhati Pranayama in Hindi):

  • एक समान, सपाट और स्वच्छ जगह जहां पर स्वस्छ हवा हो वहा पर कपड़ा बिछाकर बैठ जाएं।
  • आप सिद्धासन, पदमासन या वज्रासन में बैठ सकते है। आप चाहे तो आपको जो आसन आसान लगे या आप हमेशा जैसे निचे जमीन पर बैठते है उस तरह बैठ जाए।
  • बैठने के बाद अपने पेट को ढीला छोड़ दे।
  • अब अपने नाक से सांस को बाहर छोड़ने की क्रिया करें। सांस को बाहर छोड़ते समय पेट को अंदर की ओर धक्का दें।
  • श्वास अंदर लेने की क्रिया करने की जरुरत नहीं है। इस क्रिया में श्वास अपने आप अंदर लिया जाता है।
  • लगातार जितने समय तक आप आसानी से कर सकते हैं तब तक नाक से श्वास बाहर छोड़ने और पेट को अंदर धक्का देने की क्रिया को करते रहें।
  • शुरुआत में 10 बार और धीरे धीरे बढ़ाते हुए एक बार में 60 बार तक यह क्रिया करें।
  • आप चाहे तो बीच में कुछ समय का आराम लेकर भी इस क्रिया को कर सकते हैं।

कपालभाती प्राणायाम करने की सावधानियां (Precautions of Kapalbhati Pranayama in Hindi):

  • कपालभाती सुबह के समय खाली पेट, पेट साफ़ होने के बाद ही करें।
  • अगर खाना खाने के बाद कपालभाती करना है तो खाने के 5 घंटे बाद इसे करें।
  • कपालभाती करने के बाद 30 मिनट तक कुछ न खाएं। आप चाहे तो थोड़ा पानी ले सकते हैं।
  • शुरुआत में कपालभाती किसी योगा जानकार की देखरेख में ही करें।
  • गर्भवती महिला, गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric ulcer), मिर्गी (Epilepsy), हर्निया (Hernia), के रोगी इस क्रिया को न करें।
  • उच्चरक्तचाप (Hypertension) और ह्रदय रोगी अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही इस क्रिया को करें।

कपालभाती प्राणायाम करने के फायदे (Health Benefits of Kapalbhati Pranayama in Hindi):

  • वजन कम (Weight Loss) होता है। भारत में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने कपालभाती से अपना 30 से 40 किलो वजन काम किया है।
  • पेट की बढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी कम होने में सहायक है। यह आपके कमर के आकार को फिर से सामान्य आकार में लाने में मदद करता है।
  • चेहरे की झुर्रिया और आंखों के नीचे का कालापन दूर कर चेहरे की चमक फिर से लौटाने में मदद करता है।
  • गैस, कब्ज और अम्लपित्त (Acidity) की समस्या को दूर भगाता है।
  • शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारों को मिटा देता है।
  • शरीर की अंदर से सफाई (Detox) करता है।
  • स्मरणशक्ति (Memory) को बढ़ाता है।
  • कफ विकार नष्ट होते हैं और श्वासनली की सफाई अच्छे से होती है।
  • इस क्रिया से रक्त धमनी की कार्यक्षमता बढ़ती है और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

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